प्रेस विज्ञप्ति
29.08.2024
आज जहानाबाद ज़िला जनता दल (यू) कार्यालय के उद्घाटन और पटना-गया रोड पर कृष्णा गार्डेन में ज़िला कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेने के लिए बिहार सरकार के ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री श्री अशोक चौधरी जहानाबाद पहुँचे।
श्री चौधरी ने कहा कि जिन्हें पार्टी ने भी बहुत कुछ दिया वो लोग जात-पात को मुद्दा बनाकर चुनाव के समय ही दिल्ली-बम्बई भाग गए, ऐसे पार्टी नहीं चलेगा, पार्टी तभी चलेगा ज़ब पार्टी का निर्णय हो गया, नेता का निर्णय हो गया (गलत या सही) तो हमें उसका सम्मान रखना होगा। ऐसे लोगों को चिन्हित करना होगा और ऐसे लोग जो पार्टी में रहकर भी काम के समय बाहर घूम फिर रहे हैं तो ऐसे लोगों का विरोध होना चाहिए। जो लोग पार्टी के साथ नहीं खड़े रह सकते, समय आने पर पार्टी भी उनके साथ नहीं खड़ी रहेगी। पार्टी का सच्चा सिपाही वही है जो किसी भी परिस्थिति में पार्टी के साथ खड़ा रहता है। राजनीति करना है तो वजूद के साथ कीजिये, मुद्दों पर कीजिए, हमारे नेता ने ज़ब निर्णय कर लिया तो हम उस आदमी के साथ खड़े हैं चाहे खराब हो या अच्छा हो, निर्णय का विरोध सिंबल लेने से पहले कर सकते हैं लेकिन सिंबल मिलने के बाद निर्णय का विरोध करना अनुचित है, हमें अपने नेता के निर्णय का सम्मान करना चाहिए। विरोध का मतलब है कि हम अपने नेता के अनुशासन के साथ नहीं चलते हैं ऐसा तो नहीं हो सकता कि आज वो हमको मंत्री बनाए तो उनका सम्मान करें और ज़ब पद से हटा दें तो उनको अपमान करना चालु कर दें, इसका मतलब तो ये हुआ कि हम सिर्फ अपने फायदे के लिए नीतीश जी के साथ हैं, हमें ऐसे कार्यकर्ताओं की जरूरत नहीं है। हमें ऐसे लोगों की जरूरत है जो हर सुख-दुःख में पार्टी और नेता के साथ खड़े रहें। जो लोग दिल्ली, बम्बई और कलकत्ता घूम रहे थे चुनाव के दौरान वो अब भूल जाएं कि नीतीश के कंधो पर चढ़कर कभी विधानसभा की दहलीज तक पहुँच पाएंगे।
हम आप सब से यही कहेँगे कि नीतीश जी ने कभी जात-पात और धर्म की राजनीति नहीं करते, इसी बिहार में कई नरसंहार हुए, नक्सल अपने चरम पर था लेकिन नीतीश जी ने सब सही किया और आज तक कोई नरसंहर नहीं हुआ। उन्होंने महिलाओं, अति-पिछड़ा और दलितों को आरक्षण देकर समाज का नेतृत्व करने का अवसर दिया। नेता वही होता जो भविष्य की चिंता करता है।
अशोक चौधरी ने कहा कि कुछ लोग नीतीश जी के ऊपर टीका टिप्पणी करते हैं, कुछ नए लोग भी पैदा हुए हैं जो जिंदगी भर राजनीति के नाम पर व्यापार करते आए हैं और अब नेता बनने आए हैं प्रदेश में, रोज माननीय नेता पर टीका टिप्पणी करते हैं और कहते हैं हम भारी हैं और नीतीश जी तो 20 सीट सिमट जाएंगे। वो पदयात्रा तो किये हैं लेकिन उन्हें नीतीश जी की जनता की यात्रा का ज्ञान नहीं है, नीतीश जी ने बिहार के लिए क्या किया है! जो बिहार मात्र 22 हजार करोड़ का था उस बिहार को 2 लाख 80 हजार करोड़ का बनाने का काम किया है, 2 लाख से ज्यादा स्कूल का निर्माण हुआ है, साढ़े 3 लाख किमी से ज्यादा सड़कों का निर्माण हुआ है और इस प्रदेश में स्कूल से बाहर रहने वाले बच्चों को नीतीश जी ने स्कूल पहुंचाने का काम किया है, आज प्रदेश के हर जिले में पॉलिटेक्निक कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज और आईटीआई संस्थान का निर्माण हुआ है और उसमें में भी आरक्षण के नियमों को लागू करने का काम किया है। जो लोग 70 साल से हासिये पर थे, गरीब थे लेकिन चाहते थे कि उनका बच्चा भी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पढ़े ऐसे बच्चे आज इन संस्थानों में शिक्षा पा रहे हैं। हमें गर्व होता है यह कहते हुए कि बिहार देश और दुनिया में पहला ऐसा राज्य है जहां आप 10 रुपये में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर सकते हैं।
श्री चौधरी ने आगे कहा कि इस प्रदेश में नीतीश कुमार जैसे नेता आदि काल तक पैदा नहीं होगा ये हम दावे के साथ कह सकते हैं। जिस ने ना जात-पात किया ना हिन्दू-मुस्लिम किया और जिसने 21वीं सदी के बिहार निर्माण का सपना देखा। जो नालंदा और विक्रमशीला जैसे विश्वविद्यालय के नवनिर्माण का सपना साकार कर रहे हैं। हमारे नेता ने कहा हम 10 नहीं बल्कि 12 लाख लोगों को नौकरी और रोजगार देंगे, अब तक 25 लाख लोगों को रोजगार दिया जा चुका है और 32 लाख तक का लक्ष्य रखा गया है। बंटवारे के बाद बिहार का हरित आवरण मात्र साढ़े 4% रह गया था और आज यह बढ़कर 14 प्रतिशत से ज्यादा हो गया है 17% का लक्ष्य रखा गया है, ये किसका देन है? कौन योजना लेकर आया है? अच्छा नेता वही होता है जो ना सिर्फ योजनाओं का निर्माण करता है बल्कि उसके लिए राशि आवंटित करता है और उसे पूरा करवाता है और नीतीश जी ने ऐसा करके दिखाया है। लेकिन कुछ लोग जात-पात के नाम पर राजनीती करना चाहते हैं, क्या नीतीश जी ने जहानाबाद में सड़कों का निर्माण जात देखकर किया? फिर जात-पात क्यों ? ज़ब उन्होंने हर वर्ग के लिए काम किया है तो आपका भी फ़र्ज है कि आप भूमिहार – ब्राह्मण – पिछड़ा – अतिपिछड़ा – दलित- महादलित ना देखते हुए अपने नेता को देखें।
इसीलिए जहानाबाद के सभी कार्यकर्ता साथियों से बस यही कहेंगे की पूरी मजबूती से हम सभी विधानसभा चुनाव में पूरी मजबूती से अपने नेता और जदयू के साथ खड़े रहकर उनका परचम लहराएं और एक बार पुनः उन्हें मुख्यमंत्री बनाएं। ताकि उन्होंने जो 21वीं सदी के बिहार निर्माण का सपना देखा है वो साकार हो पाए।
इस अवसर पर मंत्री अशोक चौधरी के साथ प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा, पूर्व सांसद चन्देश्वर चन्द्रवंशी, पूर्व मंत्री अभिराम शर्मा, जहानाबाद जदयू ज़िलाध्यक्ष दिलीप कुशवाहा, युवा जदयू के प्रदेश अध्यक्ष नीतीश पटेल दल, पूर्व प्रदेश सचिव परिमल राज, राजेश तिवारी सहित पार्टी के प्रदेश, ज़िला और प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों, अनेक गणमान्य नेताओं और कार्यकर्ताओं की मौजूदगी रही।
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