पटना, 27 सितम्बर 2024: जयप्रभा मेदाता सुपर स्पेशिलिटी हास्पिटल, पटना आगामी 27 सितम्बर रविवार को विश्व हृदय दिवस को मनाने के लिए अपनी नयी पहल के तहत हास्पिटल ने ‘मेदांता हार्ट जर्नल” की सरचना की है ,जिसका उदेशय रोगियों, आगन्तुकों तथा रोगियों के परिजनों को उनके हृदय स्वास्थ्य के बारे में प्रोत्साहित एवं शिक्षित करना है ताकि वे अपने वर्तमान हृदय स्वास्थ्य को बेहतर ढंग से प्रतिबंधित करने के लिए आवश्यक कदम उठा सकें।
मेदंता हार्ट जर्नल का अनावरण आज शुक्रवार 27 सि.को बिहार के स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडे ने किया। इस जर्नल के माध्यम से लोग अगले पांच दिनों तक हृदय स्वास्थ्य के प्रति जानकारी प्राप्त कर सकेंगे ।
अनावरण के मौके पर हास्पिटल के हृदय रोग विभांग के डायरेक्टर डा. प्रमोद कुमार ने बताया कि अस्पताल में आये मरीजों एवं उनके परिजनों के बीच हृदय स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता जगाने के लिए इस जर्नल की संरचना की गयी है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ जीवनशैली और खान-पान हृदय को स्वस्थ रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि जर्नल के माध्यम से लोगों को हृदय को स्वस्थ रखने के तरीके बताये जायेंगे एवं अगर समस्या है तो हमारे द्वारा उपयोग होने वाले तकनीक एवं सर्जरी के बारे में भी लोग जान सकेंगे । वस्तुतः देखा गया है की लोगों के बीच हृदय सम्बंधित बिमारियों, सर्जरी एवं जीवन शैली की सही जानकारी का अभाव और भ्रम है और सही जानकारी और शिक्षा ही उनको एक स्वस्थ्य जीवन जीने के लिए मदद करता है। उन्होंने आगे कहा कि कोई अगर 40 वर्ष तक हृदय की समस्या से वंचित है तब भी उसे साल में एक बार अपने हृदय की संपूर्ण जांच करा लेनी चाहिए ताकि कोई बीमारी तो उभरने वाली नहीं है।
हास्पिटल के हृदय रोग विशेषज्ञ डा. राजीव रंजन ने कहा कि अपने जर्नल के माध्यम से मेदांता हास्पिटल अपने रोगियों, आमलोगों को हृदय को स्वस्थ रखने की हर जानकारी देगा। उन्होंने कहा कि सिगरेट, तम्बाकू, गुटखा और जंक फूड से परहेज कर स्वस्थ रहा जा सकता है। संतुलित आहार मौसमी फल आदि का सेवन कर हृदय रोग से बचा जा सकता है। डा. राजीव ने कहा कि जब भी किसी को हृदय में कुछ समस्या का आभास दिखे तो तुरंत हृदय विशेषज्ञ डॉक्टर से मिलकर सलाह लेनी चाहिए।
हास्पिटल के मेंडिकल डायरेक्टर डा., रवि शंकर सिंह ने कहा कि इ्स कार्यक्रम के द्वारा हम बिहार वासियों से आग्रह करते हैं कि इस “हार्ट जर्नल” को आकर देखे और जानकारी बढ़ाये दिल की बिमारियों से कैसे बचें और अगर दिन की बीमारी हो गयी है तो क्या क्या नई तकनीक मौजूद है ईलाज के लिए इसकी जानकारी से लाभ उठाएं।