बिहार संग्रहालय की स्थापना दिवस पर आयोजित म्यूजियम विनाले कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा किया गया ।मुख्यमंत्री ने म्यूजियम उत्सव का उद्घाटन करने के साथ-साथ विभिन्न कला दीर्घा में लगी कलाकृतियों का भी अवलोकन किया एवं कलाकारों के कार्यों का भी सराहना की। मुख्यमंत्री ने बिहार संग्रहालय द्वारा प्रकाशित पत्रिका, बुकलेट एवं न्यूज़लेटर का विमोचन किया ।इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रतिवर्ष महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर बिहार संग्रहालय में निशुल्क प्रवेश किया जाए ताकि अधिक से अधिक लोग संग्रहालय में रखी विभिन्न कलाकृतियों का अवलोकन कर प्रदेश की लोक संस्कृति और इतिहास से अवगत हो सकें। हर 2 वर्ष पर म्यूजियम विनालय का आयोजन बिहार संग्रहालय में होता रहे । बिहार संग्रहालय की तरह आने वाले दिनों में पटना संग्रहालय की भी जीर्णोद्धार होगी।पटना म्यूजियम एवं बिहार म्यूजियम को आपस में जोड़ने के लिए डेढ़ किलोमीटर लंबाई की अंडरग्राउंड आर्ट गैलरी का निर्माण होगा इस से बिहार आने वाले लोग पटना म्यूजियम की भी अवलोकन आसानी से कर सकेंगे।
बिहार संग्रहालय के स्थापना दिवस पर आयोजित म्यूजियम विनालय के दौरान विभिन्न कला दीर्घा में प्रदर्शित कलाकृतियों एक से बढ़कर एक देखने को मिली। G20 के तहत 20 देशों के अलावा अतिथि देश एवं भारत के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया। आर्ट गैलरी में कैनवास पर जय श्री चक्रवर्ती की कलाकृतियां प्रकृति का सुंदर चित्रों को बयान करते नजर आए ।इसमें दिखाया गया है कि भले ही हमारे धर्म एवं रीति रिवाज अलग हो पर सभी प्रकृति से जुड़े हैं। इसे सभी को बचाने की जरूरत है ।मॉरीशस से आए धर्मदेव निर्मल हरि ने प्लास्टिक की उपयोगिता को पेंटिंग के जरिए जीवन में ऊर्जा के महत्व को बयां किया। वही सनातन हिडा ई कचरा को प्रयोग कर बोधि वृक्ष के रूप में दिखाया। पटना के कलाकार रजत घोष ने कांसा के बाल की आकृति बनाई।
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, कला संस्कृति मंत्री जितेंद्र कुमार राय, बिहार विधान परिषद सभापति देवेश चंद्र ठाकुर,एल वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी संग्रहालय के महानिदेशक अंजनी कुमार सिंह सहित कई गणमान्य उपस्थित थे