January 22, 2025

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वन अपराध नियंत्रण के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक , अपराध रोकने हेतु टास्क फोर्स का होगा गठन
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पटना।डॉ० प्रेम कुमार, माननीय मंत्री, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, बिहार की अध्यक्षता में अरण्य भवन स्थित कार्यालय कक्ष में वन अपराध नियंत्रण के सम्बन्ध में समीक्षा की गयी।

माननीय मंत्री, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, बिहार द्वारा राज्य के विभिन्न वन प्रमण्डलों में वन अपराध नियंत्रण के सम्बन्ध में समीक्षा की गयी।

वन क्षेत्र में वृक्षों के अवैध पातन, पत्थर / बालू का अवैध खनन, वन्यप्राणियों का अवैध शिकार इत्यादि वन अपराधों के सम्बन्ध में त्वरित कार्रवाई का निदेश दिया गया। इन कार्यों में वन क्षेत्र के आस-पास रहने वाले ग्रामीणों / संयुक्त वन प्रबंधन समिति /ईको वन विकास समिति को शामिल किया जाय ताकि वन विभाग को समय से अवैध कार्यों के सम्बन्ध में सूचना उपलब्ध हो सके। इसके अतिरिक्त वन क्षेत्रों में अफीम की खेती भी किये जाने की शिकायत प्राप्त होती रहती है। इस सम्बन्ध में स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (Narcotics Control Bureau) के पदाधिकारियों के साथ मिलकर कार्रवाई करने का निदेश माननीय मंत्री महोदय द्वारा दिया गया।

वन अपराधों के नियंत्रण हेतु जिला स्तर पर टास्क फोर्स का गठन किया जाय। वर्तमान में क्षेत्रीय स्तर के वनपाल एवं वनरक्षियों की काफी संख्या में बहाली हो चुकी है. इसलिए अंचल स्तर पर भी उड़नदस्ता दल का गठन किया जाय ताकि वन अपराधों पर पूर्ण नियंत्रण बना रहे।

गंगा/गंडक नदी में जिन स्थलों पर डॉल्फिन के उपलब्ध होने की संभावना अधिक है उन क्षेत्रों में नियमित रूप से पेट्रॉलिंग कराया जाय। स्थानीय मछुआरों को डॉल्फिन के सुरक्षा हेतु जागरूक किया जाय। पेट्रॉलिंग के दौरान पेट्रॉलिंग दस्ता में शामिल वनकर्मियों को स्थानीय मछुआरों से डॉल्फिन के अवैध शिकार की जानकारी प्राप्त कर त्वरित कार्रवाई किया जाय।

माननीय मंत्री द्वारा सभी सम्बन्धित पदाधिकारियों को निदेश दिया गया कि अफीम की खेती, लकड़ी का अवैध पातन, अवैध पत्थर खनन, विभिन्न वन्यजीवों यथा कछुआ / डॉल्फिन / प्रवासी पक्षी का शिकार इत्यादि पर पूर्ण रूप से रोक लगाया जाय। यदि किसी वन प्रमण्डल/यन प्रक्षेत्र अन्तर्गत इस तरह कि घटनायें पायी जाती है एवं इन घटनाओं के पीछे सम्बन्धित वनों के क्षेत्र पदाधिकारी / वनपाल/वनरक्षी की लापरवाही / संलिप्तता कर्तव्यहीनता प्रकाश में आती है तो तत्काल उनके विरूद्ध कार्रवाई करने का निदेश दिया गया।

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