बगहा के रामनगर में विश्व बाघ दिवस पर रजिया रेंज के तरफ से जागरूकता रैली निकाली गई। इस अवसर पर आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में फलदार एवं छायादार वृक्षों का पौधा वितरित किया गया।
गौरतलब है कि बाघों के संरक्षण को बढ़ावा देने के साथ-साथ उसके प्राकृतिक आवासों के रक्षा के लिए हर वर्ष 29 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के रूप में मनाया जाता है। वर्ष 2010 में रूस में 13 टाइगर टाइगर रेंज देशों द्वारा सेंट पिट्सबर्ग घोषणा पर हस्ताक्षर के दौरान अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस मनाने का आईडिया अस्तित्व में आया था पूरी दुनिया में बाघों की आबादी का आधा सिर्फ भारत में ही है। बाद एक अंगूठा जानवर है जो पारिस्थितिकी तंत्र को स्वस्थ बनाए रखने में अहम भूमिका अदा करता है। यह साइबेरिया समशीतोष्ण जंगलों से लेकर भारतीय उपमहाद्वीप और सुमात्रा के जंगलों में पाया जाता है।