डॉ० प्रेम कुमार, माननीय मंत्री, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, बिहार की अध्यक्षता में अरण्य भवन स्थित कार्यालय कक्ष में काष्ठ प्रजाति के प्रामाणिक बीज प्राप्त करने के सम्बन्ध में समीक्षा की गयी।
राज्य में वृहद पैमाने पर जल-जीवन-हरियाली अभियान अंतर्गत वृक्षारोपण कार्य कराया जा रहा है। वृक्षारोपण कार्य की समीक्षा के दौरान माननीय मंत्री द्वारा विभागीय पौधशाला / किसान पौधशाला / जीविका पौधशाला में उगाये जा रहे पौधों के बीज की प्रामाणिकता के संबंध में विभागीय अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की गयी। विभागीय अधिकारियों द्वारा बताया गया कि वर्तमान में राँची, उत्तरप्रदेश, पश्चिम बंगाल, उडीसा इत्यादि राज्यों से बीज का क्रय किया जाता है। साथ ही यह भी बताया गया कि स्थानीय स्तर पर भी स्वस्थ एवं रोगरहित से भी बीज का संग्रहण किया जाता है।
माननीय मंत्री द्वारा वरीय पदाधिकारियों को निदेश दिया गया कि कृषि फसलों के बीज की प्रामाणिकता हेतु स्थापित बिहार राज्य बीज निगम लिमिटेड के तर्ज पर काष्ठ प्रजाति के लिये प्रामाणिक बीज प्राप्त करने की दिशा में कार्य किया जाना आवश्यक है। हरित आवरण में वृद्धि तथा काष्ठ उत्पादन में बीज की महत्ता को देखते हुये विभागीय पौधशाला में उच्च कोटि को प्रामाणिक बीज प्राप्त करने हेतु माननीय मंत्री महोदय द्वारा बिहार राज्य वानिकी विकास निगम लिमिटेड का निदेश दिया गया। प्रमाणिक बीज से रोपित पौधों की गुणवता एवं विकास अच्छा होगा, साथ ही कृषि वानिकी योजना अंतर्गत किसानों को उच्च गुणवत्ता के पौधे प्राप्त होने से उनकी आय में वृद्धि होगी। प्रामाणिक बीज तैयार करने हेतु विभिन्न वन प्रमण्डलों में स्थापित वन संसाधन केन्द्र का भी उपयोग करने का निदेश माननीय मंत्री महोदय द्वारा दिया गया।
बैठक में अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक, कार्य नियोजना प्रशिक्षण एवं विस्तार, बिहार / मुख्य वन संरक्षक, प्रशासन एवं मानव संसाधन, बिहार / मुख्य वन संरक्षक, संयुक्त वन प्रबंधन, बिहार / मुख्य वन संरक्षक-सह-वन संरक्षक (आई०टी०), बिहार/वन संरक्षक, वन्यप्राणी अंचल, पटना/निदेशक, संजय गाँधी जैविक उद्यान, पटना तथा सचिवालय की ओर से विशेष सचिव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, बिहार/संयुक्त सचिव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, बिहार द्वारा भाग लिया गया।